Russia‑India‑China Troika: भारत को ऑफर | Bharat Bulletin
Russia‑India‑China Troika: चीन का भारत को चौंकाने वाला ऑफर
हाल ही में रूस, भारत और चीन की Troika ने भारत के समक्ष ऐसा प्रस्ताव रखा है जिसे सुनकर राजनीति और मीडिया दोनों ही दंग हैं। यह कोई मामूली सुझाव नहीं है — यह एक ऐसा रणनीतिक ऑफर है जिसे समझने में ही समय लग रहा है।
इस प्रस्ताव के तीन मुख्य बिंदु हैं:
- व्यापार और तकनीकी सहयोग: AI, clean energy और infrastructure में साझेदारी के नए रास्ते खुल रहे हैं।
- सुरक्षा सहयोग: क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए रक्षा और अंतरिक्ष मोर्चे पर रणनीतिक समन्वय।
- वैश्विक मंचों पर साझेदारी: अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की आवाज़ को और प्रभावशाली बनाने का अवसर।
भारतीय सरकार ने इसे “संतुलित और समय की मांग” बताया है। वाणिज्य और रक्षा मंत्रालय ने कहा कि प्रस्ताव पर विस्तार से विचार किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ कई रंग दिखा रही हैं—
- “ऐसा अवसर हज़ार साल में आए, तो एक बार समझदारी से लेना चाहिए।”
- “चीन और रूस से कदम मिला कर चलने का मौका — भारत को अपनी हितों का रिकॉर्ड रखना होगा।”
विशेषज्ञों की राय:
- डॉ. संदीप वार्ष्णेय, रणनीतिक विश्लेषक: “यह ऑफर भारत के लिए नई संभावनाएँ खोल सकता है, लेकिन विवेकपूर्ण आकलन जरूरी है।”
- मेरी थप्पड़, रक्षा विशेषज्ञ: “साझेदारी में भारत को अपने हितों का ध्यान रखना चाहिए।”
वैश्विक संतुलन (NATO vs RIC) को लेकर यह प्रस्ताव एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। यदि भारत इस अवसर को सही रणनीतिक सोच के साथ लागू करता है, तो उसे बड़ा लाभ मिल सकता है।
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